किसानों के लिए अच्छी खबर !! MSP Registration 2024 Started सभी विवरण यहां देखें, @fcs.up.gov.in

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एमएसपी पंजीकरण 2024 [Started] : उत्तर प्रदेश के किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बहुत बड़ी खुशखबरी हाल ही में घोषित की है। किसानों के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एमएसपी दर पर गेहूं की खरीद का पंजीकरण यानी की एमएसपी पंजीकरण 2024 शुरू कर दिया है। यह पंजीकरण 04 फरवरी 2024 से शुरू किया गया है इसके अंतर्गत किसानों को अपनी फसल पर बेहतर मूल्य प्राप्त करने का मौका दिया जाएगा।

सरकार ने गेहूं, तिलहन, दालें, बाजरा के लिए रबी फसल एमएसपी 2024-25 बढ़ा दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसानों को उनकी फसल के लिए उचित मूल्य मिल सके। एमएसपी अद्यतन वृद्धि और मूल्य के अनुसार, लागत पर सबसे अधिक मार्जिन गेहूं की फसल के लिए है। आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने यह गारंटी देने के लिए रबी फसल की कीमतें बढ़ा दीं कि किसानों को उनकी उपज के लिए उचित मूल्य मिले, और सरकार ने 2024-25 विपणन सीजन के लिए रबी फसल एमएसपी 2024-25 में वृद्धि की है। पिछली कीमत 6000 थी जिसे बढ़ाकर 425 रुपये कर दिया गया है। आज के अपने इस लेख में “एमएसपी पंजीकरण 2024” के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दने जा रहे हैं। हमारे इस एमएसपी पंजीकरण 2024 लेख को अंत तक पूरा जरूर पढ़ें।

एमएसपी पंजीकरण 2024 [Started]

जैसा कि हम सब जानते हैं सरकार लगातार कोशिश करती है कि किसानों को उनके उम्मीद से अधिक और वाजिब मूल्य उपलब्ध कराया जाए, जिससे किसानों को फसल पर किसी प्रकार का कोई नुकसान ना उठाना पड़े। सरकार ने इस साल भी राज्य में गेहूं की अच्छी खासी उपज का अनुमान लगा लिया है।

सर्दी के समय रबी के फसल के मौसम में 2024-25 में उत्तर प्रदेश में लगभग 11.4 करोड़ टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया गया है। उत्पादन में वृद्धि के साथ ही अब सरकार यह कोशिश कर रही है कि इसे अच्छे दाम पर किसानों से खरीदा जाए जिससे किसानों को किसी प्रकार का कोई नुकसान न झेलना पड़े।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों के लिए एक नई योजना शुरू की है। इस योजना के तहत किसान घर बैठे अपना धान बेचने के लिए एमएसपी पंजीकरण 2024 करा सकते हैं। इस एमएसपी पंजीकरण 2024 का मुख्य उद्देश्य यह है कि किसान अपना धान आसानी से बेच सकें। सरकार भी किसानों से अच्छे दामों पर धान खरीद रही है, जिससे उन्हें काफी फायदा हो रहा है. इस योजना का लाभ लेने के लिए आपको ऑनलाइन एमएसपी पंजीकरण 2024 कराना होगा। एमएसपी पंजीकरण 2024 के बाद कोई भी किसान घर बैठे ऑनलाइन धान बेच सकता है।

एमएसपी पंजीकरण 2024 : एक अवलोकन

योजना का नाम न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP)
साल 2024
किसने आरंभ की केंद्र सरकार
लाभार्थी देश के किसान
उद्देश्य किसानों को फसल का सही दाम प्रदान करना
आधिकारिक वेबसाइट https://fcs.up.gov.in/

किसानों को मिलेगा पिछले साल से अधिक MSP !!

उत्तर प्रदेश में खाद्य एवं रसद विभाग सार्वजनिक वितरण प्रणाली अर्थात पब्लिक डिसटीब्यूशन सिस्टम(PDS) के अंतर्गत एग्रीकल्चर प्रोडक्ट किसानों से खरीदे जाते हैं। यह प्रोडक्ट किसानों से सरकार खरीद लेती है जिसके बदले सरकार उन्हें मैक्सिमम सेलिंग प्राइस(MSP) उपलब्ध कराती है। साल 2024-25 के लिए गेहूं खरीद के लिए सरकार ने एमएसपी पंजीकरण 2024 शुरू कर दिया है।

यह एमएसपी पंजीकरण 2024 प्रक्रिया मार्च 2024 तक जारी रहेगी। वे सभी किसान जो इस एमएसपी पंजीकरण 2024 में पहले से ही पंजीकृत है उन्हें रिनुअल प्रोसेस से गुजरना होगा और वे सभी किसान जिन्होंने अब तक इस योजना में एमएसपी पंजीकरण 2024 नहीं कराया है वह एमएसपी पंजीकरण 2024 प्रक्रिया जल्द ही प्रारंभ कर सकते हैं।

गेहूं के समर्थन मूल्य में 150 रुपये की वृद्धि !!

जानकारी के लिए बता दें कि सरकार ने इस साल गेहूं के समर्थन मूल्य में ₹150 की बढ़ोतरी किए जाने की संभावना भी जताई है, जिससे गेहूं का मिनिमम सपोर्ट प्राइस अब 2275 पर क्विंटल तय किया गया है। कुल मिलाकर साल 2024 में गेहूं की फसल बेचने वाले किसानों को बेहतर मिनिमम सपोर्ट प्राइस उपलब्ध कराया जाएगा जिससे उन्हें गेहूं की फसल बेचते समय किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।

एमएसपी पंजीकरण 2024 प्रक्रिया

उत्तर प्रदेश की कृषि विभाग द्वारा गेहूं की खरीद के भुगतान के लिए किसानों को आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवाना भी आवश्यक है। क्योंकि किसान msp के अंतर्गत पंजीकृत किसान के खाते में पैसा ट्रांसफर करती है। इसलिए एमएसपी पंजीकरण 2024 कराने की प्रक्रिया के दौरान किसान को अपने मोबाइल में  किसान मित्र एप डाउनलोड कर अपने बैंक खाते को आधार कार्ड से लिंक करवाना होगा और एमएसपी पंजीकरण 2024 प्रक्रिया भी पूरी करनी होगी। किसान इस सारी प्रक्रिया के लिए किसान खाद्य और रसद विभाग की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन एमएसपी पंजीकरण 2024 कर सकते हैं। अथवा किसान नजदीकी किसान सेवा केंद्र में जाकर भी पंजीकरण प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।

पिछले साल के मुताबिक इस साल उम्मीद से अधिक उत्पादन होने की वजह से सरकार ने निश्चय किया है कि किसानों को msp पर अधिक रकम उपलब्ध कराई जाएगी । वहीं साल 2024-25 के लिए गेहूं खरीद की प्रक्रिया 15 मार्च से शुरू कर दी जाएगी। यह खरीद 15 जून तक चलेगी। इस दौरान किसानों को msp दामों पर सरकार को गेहूं बेचना होगा। साल 2023-24 की बात करें तो कुल 1,64,538 किसानों ने इस एसपी योजना के अंतर्गत एमएसपी पंजीकरण कराया था।

हालांकि पिछले साल गेहूं की खरीद काफी कम थी क्योंकि एक तिहाई किसानों ने ही केंद्र पर जाकर अपना गेहूं बेचा था। परंतु साल से 2024-25 में गेहूं की पैदावार अच्छी होने की वजह से उम्मीद लगाई जा रही है कि इस साल तुलनात्मक रूप से ज्यादा खरीद की जाएगी और किसानों को बेहतर मूल्य उपलब्ध कराया जाएगा।

कैसे करें? एमएसपी पंजीकरण 2024 ?

  • एमएसपी योजना के अंतर्गत एमएसपी पंजीकरण 2024 करने के लिए किस fcs.up.gov.in वेबसाइट पर जा सकते हैं।
एमएसपी पंजीकरण 2024
  • इसके अलावा किसान नजदीकी जन सेवा केंद्र पर जाकर भी MSP योजना में एमएसपी पंजीकरण 2024 कर सकते हैं।
  • किसान आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अथवा नजदीकी कृषि सेवा केंद्र पर जाकर भी रिन्युअल की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
  • वे सभी किसान जिन्होंने साल 2024 के अंतर्गत धान का एमएसपी पंजीकरण 2024 कराया है उन्हें अब रिन्यूअल के प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
एमएसपी पंजीकरण 2024

रबी फसल का एमएसपी मार्जिन बढ़ा !!

सरकार ने विपणन सीजन 2023-2024 के लिए उत्पादकों को उनकी उपज के उचित मूल्य की गारंटी देने के लिए रबी फसलों का एमएसपी बढ़ाया है। एमएसपी में सबसे बड़ी वृद्धि मसूर दाल के लिए है, जिसकी कीमत रु. 500 प्रति क्विंटल. रेपसीड और सरसों रुपये पर रहेंगे। 400 प्रति क्विंटल.

रुपये की बढ़ोतरी कुसुम के लिए 209/- प्रति क्विंटल की अनुमति दी गई है। रुपये की बढ़ोतरी. गेहूं के लिए 110/-प्रति क्विंटल, रु. चने के लिए 100/- प्रति क्विंटल और रु. जौ के लिए 100/- प्रति क्विंटल अनुदान दिया गया है।

काटना 2023-2024 2024-2025 मार्जिन (लागत से अधिक)
गेहूँ 2125 2275 102
जौ 1735 1850 60
ग्राम 5335 5440 60
मसूर 6000 6425 89
रेपसीड और सरसों 5450 5650 98
कुसुम 5650 5800 52

रबी एमएसपी वृद्धि 2024-2025

सरकार ने मसूर, रेपसीड, सरसों, जौ और चावल जैसी मुख्य रबी फसलों के दाम बढ़ा दिए हैं। अद्यतन मूल्य वृद्धि नीचे दी गई है-

  • सबसे अधिक वृद्धि मसूर (मसूर) की कीमत 425 रुपये प्रति क्विंटल पर हुई।
  • सरसों और रेपसीड के लिए क्रमशः 200 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि।
  • गेहूं और कुसुम की कीमतों में 150 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी।
  • जौ के दाम 115 रुपये प्रति क्विंटल बढ़े।
  • चने में 105 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी।
  • केंद्रीय बजट 2018-19, जिसमें एमएसपी को उत्पादन लागत से कम से कम 1.5 गुना के स्तर पर निर्धारित करने की मांग की गई है, रबी फसलों के लिए एमएसपी में बढ़ोतरी के अनुरूप है।

निष्कर्ष :-

इस प्रकार वे सभी किसान जो साल 24- 25 के अंतर्गत गेहूं की खरीद के मौसम में गेहूं को msp दरों पर बेचना चाहते हैं और अत्यधिक लाभ कमाना चाहते हैं, वे जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश में msp पर गेहूं खरीद के लिए एमएसपी पंजीकरण 2024 कर सकते हैं और सरकार को मिनिमम सपोर्ट प्राइस पर यह गेहूं बेच लाभ कमा सकते हैं।

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